
नेशनल डेस्क, नीतीश कुमार |
नक्सलियों को बड़ा झटका: सरकारी योजना से प्रभावित होकर 23 ने किया सरेंडर, 1.18 करोड़ रुपये का था इनाम
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। शनिवार को 23 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जिन पर कुल 1.18 करोड़ रुपये का इनाम था। इस आत्मसमर्पण पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने खुशी जताते हुए कहा कि "अब बस्तर बदल रहा है।" गौरतलब है कि इससे ठीक एक दिन पहले, शुक्रवार को भी नारायणपुर में 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था।
9 महिला नक्सलियों ने भी किया आत्मसमर्पण;
अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले 23 नक्सलियों में नौ महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें डिविजनल कमेटी सदस्य लोकेश उर्फ पोड़ियाम भीमा भी शामिल है।
आत्मसमर्पण करने वाले अन्य प्रमुख नक्सलियों में पीएलजीए बटालियन नंबर के सदस्य रमेश उर्फ कलमू, कवासी मासा, प्रवीण उर्फ संजीव, नुप्पो गंगी, पुनेम देवे, पार्टी सदस्या परस्की पांडे, पार्टी सदस्य माड़वी जोगा, स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य सन्नु दादा का गार्ड नुप्पो लच्छु, पार्टी सदस्य पोड़ियाम सुखराम और प्लाटून नंबर चार का डेप्युटी कमांडर दूधी भीमा शामिल हैं। इन सभी पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था।
कई बड़ी घटनाओं में थे शामिल
अधिकारियों के अनुसार, नक्सली एरिया कमेटी सदस्य मुचाकी रनौती, कलमू दूला, दूधी मंगला और सिध्दार्थ उर्फ माड़वी पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। इसके अतिरिक्त, नक्सली पार्टी सदस्य हेमला रामा पर तीन लाख रुपये और सात अन्य नक्सलियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। ये सभी नक्सली क्षेत्र की कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहे हैं।
सरकारी योजना 'नियद नेल्ला नार' का असर;
अधिकारियों ने बताया कि इन नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति, ‘नियद नेल्ला नार’ (आपका अच्छा गांव) योजना से प्रभावित होकर और अंदरूनी क्षेत्रों में पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण आत्मसमर्पण करने का निर्णय लिया। बस्तर क्षेत्र में पिछले दो दिनों में कुल 45 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिन पर कुल 1.55 करोड़ रुपये का इनाम था। शुक्रवार को नारायणपुर जिले में आत्मसमर्पण करने वाले 22 नक्सलियों पर 37.50 लाख रुपये का इनाम घोषित था।