
लोकलडेस्क, एन.के. सिंह |
मोतिहारी में 'जीविका दीदी की रसोई' का शुभारंभ, पुलिसकर्मियों को मिलेगा पौष्टिक भोजन, जीविका दीदियां होंगी सशक्त, कम लागत में बेहतर पोषण की गारंटी, जिले के सभी थानों में विस्तार की योजना, डीएम-एसपी ने किया उद्घाटन, यह पहल सामुदायिक सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर।
पूर्वी चंपारण: जिले में अब पुलिसकर्मियों को जीविका दीदियों के हाथों से बना पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन मिलेगा। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात की पहल पर और राज्य सरकार के निर्देशों के अनुरूप, जिला प्रशासन ने जीविका दीदियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। बुधवार को, पुलिस लाइन मोतिहारी में जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल और पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने संयुक्त रूप से "जीविका दीदी की रसोई" का भव्य उद्घाटन किया। यह पहल न केवल पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करेगी, बल्कि जिले की जीविका दीदियों के लिए एक स्थायी आजीविका का स्रोत भी बनेगी।
इस अभिनव पहल के तहत, कुल 50 जीविका दीदियों का चयन किया गया है। ये दीदियां अब पुलिस लाइन में तैनात 552 पुलिसकर्मियों को सुबह का नाश्ता और दोनों समय का गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराएंगी। यह उनके लिए आर्थिक सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण अवसर है। उद्घाटन समारोह में उपस्थित चयनित दीदियों ने जिला प्रशासन और पुलिस अधीक्षक को इस अवसर के लिए हृदय से धन्यवाद दिया और आश्वासन दिया कि वे समय पर शुद्ध, स्वादिष्ट और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराकर पुलिसकर्मियों की सेवा करेंगी।
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने इस अवसर पर बताया कि यह "जीविका दीदी की रसोई" की शुरुआत पुलिस लाइन से की गई है, लेकिन भविष्य में इस योजना का विस्तार जिले के सभी थानों में किया जाएगा। यह कदम जीविका आंदोलन को पूरे जिले में और अधिक मजबूत करेगा, जिससे बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार और सम्मान मिलेगा। जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने जोर देकर कहा कि जीविका दीदियों द्वारा संचालित ये रसोइयां न केवल कम लागत में बेहतर और पौष्टिक भोजन प्रदान करती हैं, बल्कि यह पुलिस बल के लिए एक लागत-प्रभावी और स्वास्थ्यवर्धक समाधान भी है। इस अवसर पर जीविका की दीदियों, पुलिस लाइन के अधिकारियों और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे, जिन्होंने इस पहल की सराहना की।