
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
यूक्रेन की सियासत में बड़ा बदलाव सामने आया है। देश की नई प्रधानमंत्री के रूप में यूलिया स्वितलाना के नाम की आधिकारिक घोषणा कर दी गई है। यह घोषणा खुद राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने सोमवार को की, जिसमें उन्होंने बताया कि देश को अब एक मजबूत और अनुभवी नेतृत्व की आवश्यकता है, जिसे यूलिया पूरा करेंगी।
अनुभव और जनसमर्थन से मिली जिम्मेदारी
यूलिया को यूक्रेन की राजनीति में एक अनुभवी और प्रभावशाली नेता के रूप में जाना जाता है। वह पहले भी कई उच्च पदों पर रह चुकी हैं और देश के आर्थिक सुधारों, यूरोपीय संघ के साथ संबंधों को मजबूत करने और भ्रष्टाचार विरोधी प्रयासों में उनकी सक्रिय भूमिका रही है। उन्हें विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण की आवाज़ के रूप में भी देखा जाता है।
युद्धकाल में नेतृत्व की अहम जिम्मेदारी
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यह बदलाव बेहद अहम माना जा रहा है। राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि “यूलिया संकट की इस घड़ी में देश को स्थिरता, विकास और रक्षा नीति के नए स्तर पर ले जाने में सक्षम हैं।” उन्होंने आगे कहा कि यह निर्णय व्यापक राजनीतिक विचार-विमर्श और जन समर्थन के आधार पर लिया गया है।
संसद की मुहर बाकी
अब यह नामांकन यूक्रेनी संसद (वेरखोवना राडा) में वोटिंग के लिए भेजा जाएगा, जहाँ बहुमत मिलने पर यूलिया आधिकारिक रूप से पदभार संभालेंगी। हालांकि, माना जा रहा है कि ज़ेलेंस्की की पार्टी और सहयोगी दलों के समर्थन से यह प्रक्रिया सहज रूप से पूरी हो जाएगी।
विपक्ष ने भी किया स्वागत
अद्भुत रूप से, विपक्ष के कई नेताओं ने भी यूलिया के नाम का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि "यूक्रेन को इस समय एकता की आवश्यकता है, और यूलिया जैसे नेता ही राष्ट्र को इस संकट से उबार सकते हैं।"
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
यूलिया के नाम की घोषणा के बाद कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं और संगठनों ने इसका स्वागत किया है। यूरोपीय संघ, अमेरिका और ब्रिटेन ने इस कदम को यूक्रेन की लोकतांत्रिक स्थिरता के लिए सकारात्मक बताया है।
रूस के साथ चल रहे संघर्ष, आंतरिक पुनर्निर्माण और वैश्विक सहयोग की नई ज़रूरतों के बीच यूलिया की प्रधानमंत्री पद पर नियुक्ति यूक्रेन की राजनीति में एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है। अब सबकी निगाहें संसद की मुहर और उनके भावी फैसलों पर टिकी होंगी।