Ad Image
रूसी वायु रक्षा बल ने यूक्रेन के 41 ड्रोन मार गिराये || ट्रंप ने भारत पर 25% आयात शुल्क लगाने के आदेश पर किया हस्ताक्षर || बिहार मतदाता सूची पुनरीक्षण पर राज्यसभा में हंगामा, कार्यवाही स्थगित || उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को, 7 अगस्त को जारी होगी अधिसूचना || PM मोदी ने शहीद क्रांतिकारी उधम सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की || शराबबंदी को लेकर नीतीश सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम करती है: मंत्री रत्नेश सदा || आज राष्ट्रपति का झारखंड दौरा, देवघर एम्स के दीक्षांत समारोह में हुई शामिल || बिहार में खर्च 70 हजार करोड़ का हिसाब नहीं, पवन खेड़ा ने कहा महाघोटाला || पाक पर सैन्य कार्रवाई रोकने में ट्रंप की भूमिका पर गोलमोल जवाब दे रही सरकार: राहुल गांधी || पाक पर सैन्य कार्रवाई रोकने में अमेरिकी राष्ट्रपति की भूमिका नहीं : विदेशमंत्री जयशंकर

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

संजय कपूर की मृत्यु के बाद 30,000 करोड़ की संपत्ति पर विवाद तेज

नेशनल डेस्क, मुस्कान कुमारी |

संजय कपूर की मृत्यु के बाद 30,000 करोड़ की संपत्ति पर विवाद तेज, पत्नी प्रिया ने बदला इंस्टाग्राम नाम

नई दिल्ली: ऑटो पार्ट्स बनाने वाली दिग्गज कंपनी सोना कॉम्स्टार के पूर्व चेयरमैन संजय कपूर की 12 जून 2025 को इंग्लैंड में पोलो खेलते समय अचानक मृत्यु हो गई। इसके बाद उनकी अनुमानित 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति को लेकर कपूर परिवार में गहरी खींचतान शुरू हो गई है। इस बीच उनकी तीसरी पत्नी प्रिया सचदेव ने अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल का नाम “प्रिया सचदेव कपूर” से बदलकर “प्रिया संजय कपूर” कर लिया है। साथ ही, उन्होंने अपनी बायो में सोना कॉम्स्टार में "नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर" की भूमिका भी जोड़ी है। यह सोशल मीडिया पर बदलाव परिवार में चल रहे संपत्ति विवाद के संदर्भ में कई अटकलों को जन्म दे रहा है।

प्रिया का नया परिचय और डिजिटल मौजूदगी में बदलाव

प्रिया की इंस्टाग्राम बायो अब कहती है, "मां, उद्यमी, निवेशक, औरेस इनवेस्टमेंट्स की निदेशक, सोना कॉम्स्टार की गैर-कार्यकारी निदेशक, @संजयकपूर की दृष्टि को आगे बढ़ा रही हूं।" साथ ही उनकी पहली शादी से हुई बेटी साफ़िरा ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट से अपना उपनाम हटा दिया है। प्रिया को औरेस इनवेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड की सिफारिश पर कंपनी के बोर्ड में गैर-कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया है। औरेस के पास कंपनी में 28.02% हिस्सेदारी है, जबकि बाकी हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डिंग में है।

रानी कपूर ने जताया दावा, उठाए सवाल

संजय की मां, रानी कपूर ने सोना ग्रुप में बहुमत हिस्सेदारी का दावा करते हुए कंपनी के बोर्ड को एक पत्र लिखा। उन्होंने आरोप लगाया कि संजय की मृत्यु के बाद उनसे कुछ दस्तावेजों पर बिना पर्याप्त जानकारी के हस्ताक्षर करवाए गए और उन्हें वित्तीय जानकारी से वंचित कर दिया गया। साथ ही उन्होंने संजय की "प्राकृतिक" मृत्यु पर भी संदेह व्यक्त किया और उससे जुड़े तथ्यों की स्पष्टता मांगी।

कंपनी की सफाई

सोना कॉम्स्टार ने रानी कपूर के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि 2019 के बाद से वे कंपनी की शेयरधारक नहीं हैं और उनके द्वारा किसी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किए जाने की बात असत्य है। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रिया की नियुक्ति बोर्ड की नामांकन और पारिश्रमिक समिति की प्रक्रिया के तहत और औरेस इनवेस्टमेंट्स के प्रस्ताव पर की गई है। 2019 में जारी किए गए एक आधिकारिक दस्तावेज़ के अनुसार, संजय कपूर आरके फैमिली ट्रस्ट के एकमात्र लाभार्थी थे, जो औरेस में सबसे बड़ा शेयरधारक है।

करिश्मा कपूर और बच्चों की स्थिति

संजय की पूर्व पत्नी, अभिनेत्री करिश्मा कपूर, जिनसे उनके दो बच्चे—समायरा और कियान—हैं, को भी इस विवाद से जोड़ा जा रहा है। हालांकि, उनके करीबी सूत्रों ने किसी भी प्रकार के कानूनी दावे को नकारते हुए कहा है कि करिश्मा केवल अपने बच्चों की भलाई पर केंद्रित हैं। दोनों बच्चों को संजय कपूर की ओर से 14-14 करोड़ रुपये के बॉन्ड मिले थे, जो उनके भविष्य की सुरक्षा के लिए बनाए गए थे।

सोशल मीडिया से उत्पन्न संकेत और विवाद

प्रिया द्वारा अपना सोशल मीडिया नाम बदलना और बोर्ड में शामिल होना विवाद के बीच कई सवाल खड़े कर रहा है। हालांकि रानी कपूर ने उनके नाम का खुलकर उल्लेख नहीं किया, फिर भी कई लोग उनके आरोपों को अप्रत्यक्ष रूप से प्रिया की ओर इंगित मान रहे हैं। इस विवाद ने बिजनेस और बॉलीवुड हलकों में हलचल मचा दी है, और सोशल मीडिया पर भी चर्चा का केंद्र बन गया है। लोग प्रिया और साफ़िरा के हैंडल में बदलाव को पारिवारिक मतभेद का संकेत मान रहे हैं।

संजय कपूर की मृत्यु की परिस्थितियाँ

बताया जा रहा है कि पोलो मैच के दौरान संजय की मृत्यु अचानक हृदयगति रुक जाने से हुई, जिसके पीछे मधुमक्खी के गलती से निगल जाने की बात सामने आई है। लेकिन रानी कपूर ने इस स्पष्टीकरण पर भरोसा नहीं जताया है और गहन जांच की मांग की है। उनका अंतिम संस्कार नई दिल्ली में हुआ था, लेकिन उनकी मृत्यु को लेकर उठे सवाल अभी तक शांत नहीं हुए हैं।

कानूनी मोड़ और कॉर्पोरेट प्रभाव 

यह विवाद सिर्फ पारिवारिक नहीं, बल्कि कानूनी और कॉर्पोरेट स्तर पर भी गंभीर रूप ले सकता है। सोना कॉम्स्टार जैसी प्रतिष्ठित कंपनी के मालिकाना ढांचे और संचालन पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है। प्रिया की नियुक्ति को कई विश्लेषक उनकी स्थिति को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देख रहे हैं, वहीं रानी कपूर की आपत्तियाँ इस मुद्दे को अदालत तक ले जा सकती हैं। समायरा और कियान की वैध उत्तराधिकारी होने के नाते उनके अधिकार भी इस विवाद में कानूनी मुद्दा बन सकते हैं।

सोशल मीडिया की भूमिका

इस पूरे विवाद में सोशल मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रिया द्वारा संजय की विरासत को आगे ले जाने की बात को कुछ लोग कॉर्पोरेट महत्वाकांक्षा के रूप में देख रहे हैं, जबकि साफ़िरा द्वारा सरनेम हटाना पारिवारिक तनाव की ओर इशारा करता है। इस मामले में इंस्टाग्राम हैंडल जैसे मामूली लगने वाले बदलावों ने भी बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।

आगे की राह

कपूर परिवार और सोना कॉम्स्टार के बीच यह संपत्ति विवाद जल्द समाप्त होता नहीं दिख रहा। रानी कपूर के आरोपों और कंपनी की सफाई के बीच सच्चाई क्या है, यह जानने के लिए संभव है कि मामला अब कानूनी जांच की ओर बढ़े। प्रिया की भूमिका, करिश्मा और उनके बच्चों की स्थिति, और कंपनी के भविष्य का स्वरूप अब आने वाले हफ्तों में सामने आने वाले घटनाक्रमों पर निर्भर करेगा।