
स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार |
झारखंड के धनबाद जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसने सबको चौंका दिया है। कोयलांचल क्षेत्र, जो आमतौर पर कोयला माफिया और गैंगवार के लिए सुर्खियों में रहता है, इस बार चूहों की करतूतों को लेकर चर्चा में है। आरोप है कि यहां चूहों ने 802 बोतल अंग्रेजी शराब पी डाली।
दरअसल, 1 सितंबर से झारखंड में नई शराब नीति लागू होने जा रही है। इसके तहत राज्यभर की शराब दुकानों के स्टॉक का मिलान किया जा रहा है। इसी प्रक्रिया के दौरान बलियापुर और प्रधानखंता की दुकानों की जांच हुई, जिसमें कई शराब की बोतलें खाली मिलीं और कुछ की ढक्कनों पर कुतरने के निशान पाए गए।
स्टॉक की गिनती के समय मजिस्ट्रेट, उत्पाद विभाग के सब-इंस्पेक्टर और संबंधित एजेंसी के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में पाया गया कि कुल 802 बोतल शराब या तो पूरी तरह खाली हैं या उनमें मात्रा कम है। जब इसका जवाब मांगा गया तो संचालकों ने इसकी जिम्मेदारी चूहों पर डाल दी। उनका कहना है कि चूहों ने बोतलों के ढक्कन कुतरकर शराब पी ली।
यह पहली बार नहीं है जब चूहों पर ऐसा आरोप लगा हो। अप्रैल 2024 में भी राजगंज थाना, धनबाद में जब्त किए गए 10 किलो भांग और 9 किलो गांजा के नष्ट होने का कारण चूहों को बताया गया था। उस समय पुलिस ने कोर्ट में कहा था कि स्टोर में रखे नशे के सामान को चूहे खा गए।
इस ताजा मामले पर उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त रामलीला रवानी ने कहा है कि चूहों ने शराब पी या नहीं, इससे फर्क नहीं पड़ता। विभाग ने जो माल दिया था, उसकी भरपाई एजेंसी को करनी होगी। उन्हें फ्रेश स्टॉक दिया गया था और वही हालत वापस चाहिए। अब एजेंसी को नोटिस भेजा जाएगा और नुकसान की वसूली की जाएगी।
अब देखना यह है कि कार्रवाई चूहों पर होती है या एजेंसी पर, लेकिन कोयलांचल में चूहों की शराबखोरी की यह कहानी सबको हैरानी में डाल रही है।