
स्टेट डेस्क, एन.के. सिंह |
प्रशांत किशोर ने पूर्वी चंपारण में लालू और मोदी पर साधा निशाना, बच्चों के भविष्य के लिए जनता से मांगा वोट।
पूर्वी चंपारण: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने अपनी 'बिहार बदलाव यात्रा' के तहत पूर्वी चंपारण जिले के गोविंदगंज विधानसभा अंतर्गत अरेराज के सोमेश्वरनाथ उच्च विद्यालय मैदान में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने लालू प्रसाद यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और बिहार की जनता से अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट करने की अपील की।
लालू के '9वीं फेल' बेटे और गुजरात में मजदूरों पर प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने लालू यादव पर हमला करते हुए कहा कि लालू जी अपने "9वीं फेल" बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, जबकि बिहार के पढ़े-लिखे युवा बेरोजगारी के कारण गुजरात की फैक्ट्रियों में मजदूरी करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा, "लालू जी का बेटा 9वीं पास भी नहीं किया है, फिर भी वह चाहते हैं कि उनका बेटा राजा बने और दूसरी तरफ बिहार के लोग जिनके बच्चे मैट्रिक, बी.ए., एम.ए. कर चुके हैं, फिर भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है।"
पीएम मोदी पर साधा निशाना: मंदिर के लिए वोट और गुजरात में फैक्ट्रियां
प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए किशोर ने कहा कि बिहार के लोगों ने पीएम मोदी को मंदिर के लिए वोट दिया, जो बन गया, और जाति के नाम पर वोट देने से नीतीश कुमार ने जाति गणना करा दी। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी बिहार के लोगों का वोट लेकर और देश भर का पैसा लेकर अपने राज्य गुजरात में फैक्ट्रियां लगवा रहे हैं, जहां बिहार के बच्चे मजदूरी करने जा रहे हैं। उन्होंने जोर दिया कि जनता ने अभी तक अपने बच्चों के लिए वोट नहीं दिया है, इसलिए उन्हें इस स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्वी चंपारण की जनता से प्रशांत किशोर के बड़े वादे: पेंशन, रोजगार और मुफ्त शिक्षा
प्रशांत किशोर ने पूर्वी चंपारण की जनता से तीन बड़े वादे किए:
- मासिक पेंशन: दिसंबर 2025 से 60 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक पुरुष और महिला को 2000 रुपये मासिक पेंशन दी जाएगी।
- स्थानीय रोजगार: उन्होंने वादा किया कि इस साल छठ के बाद चंपारण के युवाओं को मजदूरी के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें बिहार में ही 10-12 हजार रुपये का रोजगार उपलब्ध करा दिया जाएगा।
- निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा: जब तक सरकारी विद्यालयों में सुधार नहीं होता, तब तक 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाने पर उनकी फीस सरकार भरेगी, ताकि गरीब बच्चे भी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में पढ़ सकें।
प्रशांत किशोर ने जनता से अपील की कि वे उन नेताओं को वोट न दें जो उन्हें और उनके बच्चों को लूटते हैं, बल्कि अगली बार अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट करें और बिहार में "जनता का राज" स्थापित करें।