
नेशनल डेस्क, नीतीश कुमार |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विनिर्माण क्षेत्र को भारत की सबसे बड़ी शक्ति बताया और कहा कि सरकार निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करने पर भी जोर दे रही है। उन्होंने यह बात एक रोजगार मेले में 51 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित करने के बाद कही, जिन्हें विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नियुक्त किया गया है।
प्रधानमंत्री ने विनिर्माण क्षेत्र को देश की अहम ताकत बताते हुए कहा, "आज भारत की एक बहुत बड़ी ताकत हमारा मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर है। मैन्युफेक्चरिंग में बहुत बड़ी संख्या में नई जॉब्स बन रही हैं। मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर को गति देने के लिए इस वर्ष के बजट में मिशन मैन्युफेक्चरिंग की घोषणा की गई है।"
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार निजी क्षेत्र में नए रोजगार के अवसर पैदा करने को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा, "भारत सरकार का जोर प्राइवेट सेक्टर में रोजगार के नए अवसरों के निर्माण पर भी है। हाल ही में सरकार ने एक नई स्कीम रोजगार प्रोत्साहन योजना को मंज़ूरी दी है।"
लोकतंत्र और युवा आबादी को भारत की असीमित शक्ति बताते हुए, श्री मोदी ने कहा, "आज 51 हज़ार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। ऐसे रोजगार मेलों के माध्यम से अब तक लाखों नौजवानों को भारत सरकार में परमानेंट जॉब मिल चुकी है। अब ये नौजवान... राष्ट्र निर्माण में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। आज दुनिया मान रही है कि भारत के पास दो असीमित शक्तियाँ हैं। एक डेमोग्राफी, दूसरी डेमोक्रेसी। यानि सबसे बड़ी युवा आबादी और सबसे बड़ा लोकतंत्र।" उन्होंने यह भी बताया कि स्टार्टअप और अनुसंधान का इकोसिस्टम युवाओं को सशक्त कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "स्टार्ट अप्स, इनोवेशन और रिसर्च का जो इकोसिस्टम आज देश में बन रहा है... वो देश के युवाओं का सामर्थ्य बढ़ा रहा है।"
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए, उन्होंने कहा कि भारत को सबसे अधिक समानता वाले देशों की श्रेणी में रखा गया है। उन्होंने कहा, "इस रिपोर्ट में कहा गया है... बीते दशक में भारत के 90 करोड़ से अधिक नागरिकों को वेलफेयर स्कीम्स के दायरे में लाया गया है। आज वर्ल्ड बैंक जैसी बड़ी वैश्विक संस्थाएं भारत की प्रशंसा कर रही हैं। भारत को दुनिया के सबसे अधिक समानता वाले शीर्ष के देशों में रखा जा रहा है।"
पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि इस तरह के रोजगार मेले युवा शक्ति को सशक्त बनाने और विकसित भारत बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता दर्शाते हैं।