
नेशनल डेस्क, नीतीश कुमार |
तेलंगाना के पाशमिलारम इंडस्ट्रियल एरिया स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज में 30 जून को हुए भीषण विस्फोट में मृतकों की संख्या बढ़कर 40 हो गई है। शनिवार सुबह एक और घायल मजदूर ने दम तोड़ दिया। ज़िले के एडिश्नल कलेक्टर चंद्रशेखर बडुगु ने इसकी पुष्टि की। फिलहाल 19 मजदूरों का इलाज जारी है और 9 अब भी लापता हैं।
विस्फोट सुबह 8:15 से 9:30 के बीच हुआ, उस समय फैक्ट्री में करीब 150 लोग मौजूद थे, जिनमें से 90 उस यूनिट में थे जहां धमाका हुआ। घटना के दिन राहत व बचाव टीमों ने 31 शव बरामद किए थे।
प्राथमिक जांच में तेज केमिकल रिएक्शन को विस्फोट का कारण माना गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिवारों को PMNRF से ₹2 लाख और घायलों को ₹50 हजार की सहायता राशि देने की घोषणा की थी।
कंपनी की ओर से भी मुआवज़े का ऐलान किया गया है मृतकों के परिजनों को ₹1 करोड़, गंभीर रूप से घायलों को ₹10 लाख और अन्य घायलों को ₹5 लाख दिए जाएंगे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार धमाका इतना शक्तिशाली था कि मजदूरों के शव 100 मीटर तक उछलकर गिरे। विस्फोट से रिएक्टर यूनिट पूरी तरह तबाह हो गई।
एक मजदूर ने बताया कि वह सुबह 7 बजे नाइट शिफ्ट खत्म करके बाहर निकला था। सुबह की शिफ्ट के कर्मचारी अंदर पहुंच चुके थे। फैक्ट्री में मोबाइल जमा करवा लिया जाता है, इसलिए भीतर क्या हो रहा था, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई।
एक महिला ने बताया कि उनके परिवार के चार सदस्य फैक्ट्री में काम करते हैं बेटा, दामाद, जेठ और देवर। इनमें से तीन उस समय फैक्ट्री में मौजूद थे।
कंपनी के एक कर्मचारी ने बताया कि फैक्ट्री में काम करने वाले ज़्यादातर मजदूर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल से हैं। एक शिफ्ट में लगभग 60 मजदूर और 40 अन्य स्टाफ सदस्य कार्यरत होते हैं।