
नेशनल डेस्क, वेरोनिका रॉय |
भक्तिभाव की यात्रा में मौत का मंजर: देवघर में बस-ट्रक टक्कर में 18 कांवरियों की दर्दनाक मौत, 23 घायल
सावन के पवित्र महीने में श्रद्धालु जब बाबा बैद्यनाथधाम से पूजा-अर्चना कर लौट रहे थे, तब भक्ति और आस्था से भरी यात्रा अचानक मौत का सफर बन गई। झारखंड-बिहार सीमा पर स्थित देवघर जिले के मोहनपुर प्रखंड में मंगलवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में 18 कांवरियों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई और 23 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा मोहनपुर के जमुनिया चौक के पास हुआ, जहां एक यात्री बस और गैस सिलेंडर से लदे ट्रक की जोरदार टक्कर हो गई।
हादसे की वजह बस के ड्राइवर को अचानक झपकी आना बताया जा रहा है। यह बस बासुकीनाथ जा रही थी और उसमें श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथधाम से दर्शन कर लौट रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नवापुर गांव के पास चालक की आंख लग गई और बस ने तेज गति में सामने से आ रहे गैस सिलेंडर लदे ट्रक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस के ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई।
लेकिन दुखद मंजर यहीं नहीं थमा। ड्राइवर की मौत के बाद भी बस अनियंत्रित होकर लगभग 500 मीटर तक दौड़ती रही। यह बेकाबू बस अंततः जमुनिया चौक के पास सड़क किनारे रखी ईंटों से जा टकराई, जिससे बस में सवार कई यात्रियों की जान चली गई।
घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े। सूचना मिलते ही मोहनपुर थाना पुलिस, सीसीआर डीएसपी लक्ष्मण प्रसाद, एसडीओ रवि कुमार और जिला परिषद अध्यक्ष किरण कुमारी घटनास्थल पर पहुंचे। सभी घायलों को तत्काल देवघर सदर अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों की टीम युद्ध स्तर पर इलाज में जुटी है। घायलों में से कई की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।
बस में सवार श्रद्धालु बिहार और झारखंड के अलग-अलग जिलों से आए थे। मृतकों की पहचान की जा रही है, जबकि कई घायलों की पहचान अस्पताल में भर्ती के बाद की गई। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की बात कही है। डीसी देवघर ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और परिवहन विभाग से रिपोर्ट तलब की गई है।
स्थानीय चश्मदीद ने बताया, “बस में करीब 50 लोग थे, सभी लोग पूजा करके लौट रहे थे। ड्राइवर को नींद आ गई थी, तभी यह हादसा हुआ।” यह एक झपकी ही थी, जिसने 18 परिवारों की खुशियां छीन लीं। सावन का महीना, जो आमतौर पर भक्ति और उमंग का प्रतीक होता है, इन परिवारों के लिए अब हमेशा के लिए एक गहरा जख्म बन गया।
यह हादसा एक बार फिर यह याद दिलाता है कि सड़क सुरक्षा में लापरवाही कितना बड़ा खतरा बन सकती है। खासतौर पर जब बात हजारों जिंदगियों को एक साथ ढोने वाले वाहनों की हो, तो नियमों का पालन और सतर्कता बेहद जरूरी है।