
स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार |
पटना AIIMS के हॉस्टल में डॉक्टर ने किया सुसाइड, एनेस्थीसिया इंजेक्शन का ओवरडोज लेने से मौत; मानसिक तनाव का आरोप
पटना AIIMS के हॉस्टल में एक डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। मृतक एमएस फर्स्ट ईयर के छात्र थे। जानकारी के मुताबिक, शनिवार सुबह उन्होंने बेहोशी का इंजेक्शन लेकर सो गए थे।
कई घंटों तक कमरे का दरवाजा नहीं खुलने पर दोपहर में साथियों ने AIIMS प्रशासन को सूचना दी। इसके बाद फुलवारी शरीफ थाने की पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा खोला गया। अंदर डॉक्टर बेड पर बेसुध हालत में मिले। उन्हें इमरजेंसी वार्ड ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
मृतक की पहचान यदुवेंदु शाह के रूप में हुई, जो ओडिशा के रहने वाले थे। उन्होंने जनवरी में AIIMS पटना के ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी विभाग में दाखिला लिया था।
यदुवेंदु हॉस्टल नंबर 10 के कमरा नंबर 515 में रहते थे। दोपहर तक दरवाजा नहीं खुला तो साथियों ने पहले प्रयास किया, फिर प्रशासन और पुलिस को खबर दी गई। दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे तो वह बेड पर बेहोश पड़े थे।
सीनियर डॉक्टरों के मुताबिक, यदुवेंदु ने एनेस्थीसिया इंजेक्शन का ओवरडोज लिया था। 4-5 घंटे तक कमरे में बेसुध पड़े रहे। पुलिस और डॉक्टरों ने उन्हें इमरजेंसी में भर्ती कराया, लेकिन कुछ घंटों बाद उनकी मौत हो गई।
AIIMS स्टाफ ने बताया कि सुबह से यदुवेंदु का कॉल रिसीव नहीं हो रहा था। दरवाजा नहीं खुलने पर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में उसे खोला गया।
फुलवारी शरीफ SDPO के अनुसार, घटना की जानकारी परिजनों को दे दी गई है। वहीं, AIIMS के एक सीनियर डॉक्टर ने बताया कि यदुवेंदु को सीनियर डॉक्टर लगातार मानसिक दबाव में रखते थे, जिससे वह तनाव में रहते थे और यही कारण उनकी आत्महत्या की वजह मानी जा रही है।