
स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार |
बिहार में अजीबोगरीब गड़बड़ी: कुत्ते के नाम पर जारी हुआ निवास प्रमाण पत्र !
बिहार में एक बार फिर सरकारी दस्तावेज़ों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए हैं। ताजा मामला पटना जिले के मसौढ़ी अनुमंडल से सामने आया है, जहां "डॉग बाबू" नामक एक कुत्ते के नाम पर निवास प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। प्रमाण पत्र में उसके पिता का नाम "कुत्ता बाबू" और मां का नाम "कुतिया देवी" दर्शाया गया है। माना जा रहा है कि गहरी साजिश के तहत नीतीश कुमार की सुशासन वाली छवि को चुनाव से पहले ख़राब करने की यह कवायद है |
इस सरकारी दस्तावेज़ में बाकायदा कुत्ते की तस्वीर भी चस्पा है और डिजिटल हस्ताक्षर के साथ इसे वैध बताया गया है। यह प्रमाण-पत्र 24 जुलाई 2025 को जारी किया गया और इसमें गांव, थाना, पिन कोड जैसी सभी औपचारिक जानकारियां भरी गई हैं, मानो यह किसी इंसान की पहचान हो।
यह पहला मौका नहीं है जब बिहार में इस तरह की लापरवाही सामने आई हो। इससे पहले भी कई मामलों में भूत, जानवर या काल्पनिक पात्रों के नाम पर राशन कार्ड, पेंशन और निवास प्रमाण पत्र जैसी सरकारी योजनाओं से संबंधित दस्तावेज़ जारी हो चुके हैं।
इस मामले ने प्रशासन की कार्यप्रणाली और दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। तकनीकी प्लेटफॉर्म और डिजिटलीकरण के दौर में भी इस प्रकार की त्रुटियां यह दिखाती हैं कि कहीं न कहीं मानवीय लापरवाही या सिस्टम की खामी अब भी बनी हुई है।
स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और जल्द ही संबंधित कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।