
नेशनल डेस्क, नीतीश कुमार |
नयी दिल्ली: समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि भारत के लिए असली खतरा पाकिस्तान नहीं बल्कि चीन है, जो न केवल हमारी ज़मीन पर कब्ज़ा कर रहा है, बल्कि व्यापारिक स्तर पर भी भारत को नुकसान पहुँचा रहा है।
‘ऑपरेशन सिन्दूर’ पर चर्चा में भाग लेते हुए श्री यादव ने कहा कि सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए चीन से सख्ती से निपटना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि चीन लगातार पाकिस्तान की मदद कर रहा है और व्यापारिक मोर्चे पर भारत के खिलाफ आर्थिक युद्ध छेड़ रखा है, इसलिए सभी स्तरों पर उसे जवाब देना ज़रूरी है।
उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बार-बार "चूक" का हवाला देकर जिम्मेदारी से बचा नहीं जा सकता। पहले जहां तक सेना की पेट्रोलिंग होती थी, अब वह वहां तक नहीं पहुंच रही है। उन्होंने दोहराया कि असली खतरा चीन से है, जो न केवल ज़मीन छीन रहा है बल्कि हमारे आत्मनिर्भरता के प्रयासों को भी प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत के नारे की समीक्षा करनी चाहिए, यह देखना ज़रूरी है कि क्या इससे कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को ही फायदा हो रहा है।
सपा नेता ने रक्षा बजट को सकल घरेलू उत्पाद के कम से कम तीन प्रतिशत तक बढ़ाने की मांग की और कहा कि सरकार को सुरक्षा के मामलों में अधिक गंभीरता और योजनाबद्ध तरीके से निवेश करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सेना की वीरता की सराहना की जानी चाहिए, लेकिन इस पर राजनीतिक लाभ नहीं उठाया जाना चाहिए।
उन्होंने पुलवामा हमले को लेकर सरकार से सवाल किया कि उस वाहन की अब तक पहचान क्यों नहीं हुई और हालिया एनकाउंटर ठीक उसी दिन क्यों हुआ। उन्होंने यह भी दावा किया कि सड़कों पर सुखोई और हरक्यूलिस विमान उतारने की कल्पना समाजवादी पार्टी की थी, और प्रधानमंत्री मोदी ने उसी योजना के तहत सड़क पर हरक्यूलिस विमान का उपयोग किया।
श्री यादव ने सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई रोकने के निर्णय पर भी सफाई मांगी।