Ad Image
ट्रंप ने भारत पर 25% आयात शुल्क लगाने के आदेश पर किया हस्ताक्षर || बिहार मतदाता सूची पुनरीक्षण पर राज्यसभा में हंगामा, कार्यवाही स्थगित || उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को, 7 अगस्त को जारी होगी अधिसूचना || PM मोदी ने शहीद क्रांतिकारी उधम सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की || शराबबंदी को लेकर नीतीश सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम करती है: मंत्री रत्नेश सदा || आज राष्ट्रपति का झारखंड दौरा, देवघर एम्स के दीक्षांत समारोह में हुई शामिल || बिहार में खर्च 70 हजार करोड़ का हिसाब नहीं, पवन खेड़ा ने कहा महाघोटाला || पाक पर सैन्य कार्रवाई रोकने में ट्रंप की भूमिका पर गोलमोल जवाब दे रही सरकार: राहुल गांधी || पाक पर सैन्य कार्रवाई रोकने में अमेरिकी राष्ट्रपति की भूमिका नहीं : विदेशमंत्री जयशंकर || अमेरिका फिलिस्तीनियों के लिए गाजा में फूड सेंटर खोलेगा: राष्ट्रपति ट्रंप

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

मतदाता सूची पुनरीक्षण, पूर्वी चंपारण में कर्मियों के तबादले पर रोक

लोकल डेस्क, एन.के. सिंह |

मतदाता सूची पुनरीक्षण-2025 के लिए निर्वाचक निबंधन अधिकारी, बीएलओ और संबंधित कर्मियों के तबादले पर तत्काल लगाई रोक।

भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली द्वारा बिहार राज्य के लिए घोषित विशेष गहन पुनरीक्षण-2025 कार्यक्रम को सुचारू रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। इस पुनरीक्षण कार्यक्रम में संलग्न जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी एवं कर्मियों की शत-प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मुख्य सचिव बिहार द्वारा जारी एक पत्र के माध्यम से उनके स्थानांतरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।

जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पूर्वी चंपारण ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण पदों पर आसीन पदाधिकारी एवं कर्मियों की प्रत्यक्ष भूमिका निर्धारित की गई है। इनमें निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, बीएलओ सुपरवाइजर, और बूथ लेवल ऑफिसर प्रमुख रूप से शामिल हैं।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बीएलओ सुपरवाइजर और बीएलओ के रूप में विभिन्न विभागों के कर्मियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें मुख्य रूप से शिक्षक, विकास मित्र, आंगनबाड़ी सेविकाएं, कचहरी सचिव, पंचायत सचिव, टोला सेवक आदि शामिल हैं, जिनकी इस पुनरीक्षण प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भागीदारी है।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी ने मुख्य सचिव बिहार से प्राप्त पत्र के आलोक में यह निर्देश जारी किया है कि जिन कर्मियों को विशेष गहन पुनरीक्षण में महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया है, अर्थात निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, बीएलओ सुपरवाइजर, बीएलओ, तथा निर्वाचन सूची के कार्यों से जुड़े अन्य सभी संबंधित कर्मियों के स्थानांतरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। यह कदम पुनरीक्षण कार्य की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की बाधा के बिना मतदाता सूची का कार्य कुशलतापूर्वक संपन्न हो सके।

 इस निर्णय से यह सुनिश्चित होगा कि कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षित और अनुभवी कर्मियों की निरंतर उपलब्धता बनी रहे, जिससे मतदाता सूची को अद्यतन और त्रुटिहीन बनाने में मदद मिलेगी।