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लोकल डेस्क, वेरोनिका राय |
मुजफ्फरपुर में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां अपराधियों ने घर में घुसकर पंचायत रोजगार सेवक की गला रेतकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान मुमताज अहमद (38) के रूप में हुई है, जो मूल रूप से बिहार के वैशाली जिले के रहने वाले थे और वर्तमान में काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र स्थित राम राजी रोड पर परिवार के साथ रह रहे थे।
पुलिस के अनुसार, घटना सोमवार तड़के लगभग 3 बजे की है। अपराधियों ने मुमताज अहमद को सोते वक्त निशाना बनाया और गला रेतने के साथ-साथ 12 बार चाकू मारा। उनकी लाश कमरे के फर्श पर खून से सनी हालत में मिली, जबकि बेड पर कैश बिखरा पड़ा था। कमरे का सारा सामान अस्त-व्यस्त था, जिससे साफ जाहिर होता है कि हत्या से पहले या बाद में लूटपाट भी की गई।
घटना के समय मुमताज की पत्नी खुशबू और उनके तीन बच्चे घर में ही थे, लेकिन वे दूसरे कमरे में सो रहे थे। हत्या के बाद जब पत्नी की नींद खुली, तो सामने खौफनाक मंजर था। उन्होंने तत्काल परिजनों को सूचना दी।
परिजनों के मुताबिक, मुमताज के घर से लाखों रुपए की नकदी और ज्वेलरी गायब है। साथ ही अपराधी घर में लगे CCTV कैमरे का हार्ड डिस्क और मृतक के दोनों मोबाइल फोन भी अपने साथ ले गए हैं, जिससे वारदात की साजिश को गहराई से अंजाम दिए जाने की बात सामने आ रही है।
सूचना मिलते ही सिटी एसपी कोटा किरण खुद मौके पर पहुंचे और जांच के लिए FSL (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम और डॉग स्क्वॉड को बुलाया गया। जांच में चाकू भी बरामद हुआ है, जिससे हत्या की गई थी। सिटी एसपी ने बताया कि पुलिस तकनीकी साक्ष्यों की भी मदद ले रही है और आसपास लगे अन्य CCTV कैमरों को खंगाला जा रहा है।
नौकरी को लेकर तनाव में थे मुमताज
मृतक की पत्नी खुशबू ने बताया कि मुमताज लंबे समय से नौकरी को लेकर तनाव में थे। वह पंचायत रोजगार सेवक की कॉन्ट्रैक्ट बेस नौकरी कर रहे थे और अक्सर कहा करते थे कि "कभी भी मेरी नौकरी जा सकती है।" उन्हें भविष्य को लेकर चिंता थी और हाल ही में मार्केट के कुछ लोगों को पैसे भी दिए थे। रविवार की रात किसी से फोन पर तीखी कहासुनी हुई थी, लेकिन मोबाइल ले जाने के कारण वह व्यक्ति कौन था, इसका पता नहीं चल पा रहा।
भाई ने जताई गांव वालों पर संदेह
मृतक के बड़े भाई मुश्ताक अहमद ने बताया कि गांव के कुछ लोगों से उनका विवाद था और उन्हें धमकी भी मिली थी, लेकिन खुलकर किसी का नाम नहीं लिया गया है। मुश्ताक ने यह भी बताया कि मुमताज ने आठ साल पहले मुजफ्फरपुर में यह मकान बनवाया था और यहीं परिवार के साथ रहते थे।
पुलिस जुटी है हर पहलू की जांच में
सिटी एसपी कोटा किरण ने मीडिया को जानकारी दी कि हत्या की जानकारी सुबह 4 बजे पुलिस को मिली। मौके से चाकू बरामद किया गया है। मुमताज के दोनों मोबाइल नंबर रविवार शाम 7:30 बजे के बाद से बंद थे। इस आधार पर अनुमान है कि अपराधी किसी जानकार या रैकी करने वाले व्यक्ति की मदद से घर में घुसे होंगे। हत्या और लूट के पीछे व्यक्तिगत रंजिश, उधारी विवाद या पेशेवर दुश्मनी की भी जांच की जा रही है।
फिलहाल, पुलिस घर के आसपास लगे सभी CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है। मुमताज की हत्या से इलाके में दहशत का माहौल है और लोग स्तब्ध हैं कि घर में परिवार के रहते इतनी बेरहमी से एक व्यक्ति की हत्या हो सकती है।