
लोकलडेस्क, एन.के. सिंह |
करोड़ों की संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव न्यायालय में दाखिल, अपराध से अर्जित संपत्ति को सरकारी खजाने में लाने की तैयारी।
पूर्वी चंपारण: जिले में आपराधिक गतिविधियों से अर्जित अवैध संपत्ति पर प्रशासन की सर्जिकल स्ट्राइक शुरू हो गई है। हाल ही में, जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से जुड़े 34अपराधियों की अवैध संपत्तियों को धारा 107 बी०एन०एस०एस० (भारतीय न्याय संहिता) के प्रावधानों के तहत जब्त करने का प्रस्ताव माननीय न्यायालय में समर्पित किया गया है। इन अपराधियों ने मुख्य रूप से ड्रग्स माफिया, शराब माफिया, और भू-माफिया के तौर पर करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की है।
ड्रग्स माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई
जिले में ड्रग्स तस्करी में संलिप्त कई बड़े नामों की संपत्तियां जब्त करने का प्रस्ताव दिया गया है। असलम अली उर्फ असलम मियां, जो सिरिसिया मॉल, रक्सौल के निवासी हैं, पर 1 करोड़ 31 लाख रुपये की अवैध संपत्ति का अनुमान है। वहीं, घोड़ासहन के सुरेन्द्र प्रसाद की 76 लाख रुपये, दरपा के विरेन्द्र मुखिया की 42 लाख रुपये और पकड़ीदयाल के रामसागर पुरी की 46 लाख रुपये की संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव है। इसके अतिरिक्त, चिरैया के दारोगा राय की 37 लाख 42 हजार रुपये और आदापुर के अख्तर साह की 42 लाख 60 हजार रुपये की अवैध संपत्ति भी इस सूची में शामिल है।
शराब माफियाओं की कमर तोड़ने की तैयारी
शराबबंदी वाले बिहार में शराब माफियाओं के खिलाफ भी कड़ा रुख अपनाया गया है। पहाड़पुर के वीरबहादूर पाण्डेय और उनके बेटे मिलन कुमार उर्फ मिलन कुमार सिंह पर क्रमशः 40-40 लाख रुपये की संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव है। हरसिद्धि के राहुल सहनी की 01 लाख रुपये, ढाका के राधिका देवी की 19 लाख 24 हजार रुपये, और कुण्डवाचैनपुर के संजीत कुमार की 65 लाख 74 हजार रुपये की संपत्ति जब्त करने की तैयारी है।
ढाका के राजकुमार पासवान की 10 लाख 80 हजार रुपये, चिरैया के ललन राय की सबसे बड़ी 2 करोड़ 11 लाख 64 हजार रुपये की संपत्ति, फेनहारा के उमेश महतो की 05 लाख 39 हजार रुपये, राजेपुर के प्रमोद राय की 63 लाख 94 हजार रुपये, पताही के विकाश राम की 15 लाख 63 हजार रुपये, मधुबन के अखिलेश सहनी की 11 लाख 10 हजार रुपये, लखौरा के मुकेश सहनी की 30 लाख 25 हजार रुपये, और बंजरिया के रवि कुमार गुप्ता उर्फ राजा उर्फ लहरी की 33 लाख 80 हजार रुपये की अवैध संपत्ति पर भी गाज गिरने वाली है।
इसके अलावा, मेहसी के विजेन्द्र भगत उर्फ रामस्नेही भगत की 39 लाख 50 हजार रुपये, रघुनाथपुर के अमीर सहनी की 15 लाख 25 हजार रुपये, पिपरा के जयसीलाल सहनी की 20 लाख रुपये, तुरकौलिया के संजीव कुमार की 50 लाख रुपये, पिपराकोठी के रंजीत गुप्ता की 01 करोड़ रुपये, पकचकड़ी के सोनेलाल महतो उर्फ सोनेलाल चौधरी और आशा देवी की क्रमशः 36-36 लाख रुपये, शिकारगंज के राकेश मंडल की 08 लाख 72 हजार रुपये, और कोटवा के संजय यादव उर्फ संजय राय की 62 लाख 63 हजार रुपये की संपत्ति भी जब्त की जाएगी। मुफ्फसिल के मुखी राय जो शराब और ड्रग्स दोनों में संलिप्त थे, उनकी 75 लाख 04 हजार रुपये की संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव है।
भू-माफियाओं पर भी कार्रवाई की तलवार
भू-माफियाओं के खिलाफ भी प्रशासन सख्त है। छतौनी के चुमन पटेल (जिनका स्थायी पता बसंतपुर, मुफ्फसिल है) की सबसे बड़ी 3 करोड़ 8 लाख 88 हजार रुपये की अवैध संपत्ति को जब्त करने का प्रस्ताव है। सुगौली के व्यास सहनी की 37 लाख 79 हजार रुपये, चकिया के अशोक साह की 25 लाख रुपये, मुफ्फसिल के नीरज कुमार सिंह की 12 करोड़ रुपये (यह सूची में सबसे बड़ी राशि है), और गोबिन्दगंज के राहुल सिंह उर्फ राहुल मुखिया की 01 करोड़ 70 लाख रुपये की संपत्ति को जब्त करने का प्रस्ताव माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है।
यह कार्रवाई पूर्वी चंपारण में अपराध पर लगाम लगाने और अपराधियों की आर्थिक रीढ़ तोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। न्यायालय के निर्णय के बाद इन अवैध संपत्तियों को सरकारी कब्जे में लिया जाएगा, जिससे अपराधों पर और भी प्रभावी तरीके से अंकुश लग सकेगा।