
लोकल डेस्क, एन.के. सिंह |
गिरफ्तार आरोपियों के पास से 'Swarn Prabhat Ips' आईडी के जरिए ठगी में इस्तेमाल किए गए कई मोबाइल, बैंक पासबुक और एटीएम कार्ड हुए बरामद।
पूर्वी चंपारण: मोतीहारी पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर साइबर थाना अध्यक्ष अभिनव पाराशर के नेतृत्व में अब तक पुलिस को एक से एक बड़ी सफलता हाथ लग चुकी है अब पुलिस ने मोतिहारी में पुलिस अधीक्षक के नाम पर फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर लोगों को ठगने वाले दो शातिर साइबर अपराधियों को राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार कर लिया गया है. इन जालसाजों ने 'Swarn Prabhat Ips' नाम से एक फर्जी फेसबुक आईडी बनाई थी और इसका इस्तेमाल कर भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बनाया था।
हाल ही में, मोतिहारी पुलिस अधीक्षक के नाम से बनी इस फर्जी आईडी 'Swarn Prabhat Ips' के माध्यम से कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की खबरें सामने आईं, जिसके बाद मोतिहारी साइबर थाना में कांड संख्या-83/25 दर्ज कर तत्काल जांच शुरू की गई। साइबर थाना के पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसने तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान का सहारा लेते हुए इस ठगी के तार राजस्थान के अलवर में सक्रिय एक बड़े साइबर गैंग से जुड़े होने का पता लगाया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर, पुलिस टीम को तुरंत राजस्थान के अलवर भेजा गया, जहाँ सघन छापेमारी कर इस मामले में संलिप्त दो मुख्य आरोपियों, अभिनव मैसी उर्फ टुकटुक (पुत्र संदीन मैसी, निवासी 138 फैमिली लाइन अलवर, राजस्थान) और आरिफ खान (पुत्र खैराती खान, निवासी 138 फैमिली लाइन कच्ची बस्ती स्कीम न०-03, अलवर, राजस्थान) को धर दबोचा गया। पूछताछ के दौरान, दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस इस गिरोह में शामिल अन्य साइबर अपराधियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए आगे की जांच कर रही है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से ठगी में इस्तेमाल किए गए कई महत्वपूर्ण सामान बरामद किए गए हैं, जिनमें 02 मोबाइल फोन (जिनमें से एक चोरी का है), 03 बैंक पासबुक, 04 बार कोड, 02 पैन कार्ड, 06 एटीएम कार्ड, 01 चेकबुक, 04 सिम कार्ड और 05 नए सिम कवर शामिल हैं।
इस सफल छापेमारी टीम में साइबर पुलिस उपाधीक्षक अभिनव परासर, पु०नि० राजीव कुमार सिंहा, पु०नि० मनीष कुमार, पु०अ०नि० शिवम सिंह, सिपाही / 59 बलराम चौधरी और चालक सिपाही / 64 आनंद कुमार (पुलिस केंद्र मोतिहारी) जैसे अधिकारी शामिल थे।