मोतिहारी: नव नियुक्त सिपाहियों के लिए विशेष प्रशिक्षण, 'स्मार्ट क्लास, स्मार्ट पुलिस'

लोकल डेस्क, एन.के. सिंह |
मोतिहारी पुलिस ने साइबर प्रशिक्षण से लैस, साइबर सुरक्षा अभियान के तहत अबतक 51.55 लाख रुपये होल्ड कराए गए।
मोतिहारी के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात की अनूठी पहल से पुलिसकर्मियों को आधुनिक और तकनीक-आधारित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य पुलिस को 'स्मार्ट' और 'सर्वगुण संपन्न' बनाना है। इसी के तहत पुलिस केंद्र, मोतिहारी में नवनियुक्त सिपाहियों के लिए विशेष 'अन्तर्वासी प्रशिक्षण' का आयोजन किया गया।
साइबर अपराध से लड़ने की तैयारी
इस प्रशिक्षण शिविर में पुलिस उपाधीक्षक अभिनव पाराशर, साइबर ने सिपाहियों को साइबर अपराध से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं। उन्होंने बताया कि आज की डिजिटल दुनिया में लेन-देन और अन्य गतिविधियाँ जिस तेज़ी से बढ़ रही हैं, उसी तेज़ी से साइबर धोखाधड़ी भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि जागरूकता और सतर्कता से इन अपराधों से बचा जा सकता है।
पुलिस उपाधीक्षक सह साइबर थाना अध्यक्ष अभिनव पाराशर, ने यह भी बताया कि अब साइबर अपराधी आसानी से पकड़े जा रहे हैं, जो कि डिजिटल दुनिया की एक बड़ी उपलब्धि है। इसके लिए पुलिस को तकनीकी रूप से दक्ष होना ज़रूरी है। उन्होंने सिपाहियों को सिखाया कि कैसे साइबर अपराध की प्राथमिकी को नज़रअंदाज़ किए बिना, आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल करके अपराधियों को पकड़ा जा सकता है।
साइबर अपराध पर लगाम, मोतिहारी पुलिस का अभियान
मोतिहारी पुलिस ने साइबर अपराध को रोकने के लिए कई अभियान चलाए हैं। जुलाई माह में "साइबर सुरक्षा एवं जागरूकता अभियान" चलाकर आम जनता को जागरूक किया गया। इसके परिणामस्वरूप, पुलिस ने साइबर अपराध के कई बड़े नेटवर्क को ध्वस्त करने में सफलता पाई है।
जुलाई माह में साइबर अपराध से जुड़ी कुछ मुख्य उपलब्धियां
मुख्य उपलब्धियों में दर्ज प्राथमिकी 12, गिरफ्तारी 03, बंध पत्र 32, होल्ड कराई गई राशि 51.55 लाख रुपये, वापस कराई गई राशि 6.65 लाख रुपये, प्राप्त कंप्लेंट 300, निष्पादित कंप्लेंट 210 आदि शामिल है।
ये आँकड़े मोतिहारी पुलिस की साइबर अपराध के ख़िलाफ़ लड़ाई में सफलता को दर्शाते हैं। इस तरह के प्रशिक्षण और अभियानों से उम्मीद है कि आने वाले समय में मोतिहारी की पुलिस और भी अधिक प्रभावी ढंग से अपराधों पर लगाम लगा पाएगी।