
लोकल डेस्क, एन. के. सिंह |
मोतिहारी में छात्र को दोस्त ने मारी गोली, रहमानिया मेडिकल सेंटर में छोड़कर हमलावर फरार... पुलिस मामले की गंभीरता से छानबीन कर रही है और फरार हमलावर की तलाश में छापेमारी जारी।
पूर्वी चंपारण: शहर के अगरवा मोहल्ले में कोचिंग कर रहे एक छात्र को उसके ही दोस्त ने गोली मार दी। गोली लगने के बाद घायल छात्र को उसके दोस्त रहमानिया मेडिकल सेंटर में छोड़कर फरार हो गए, जिससे मामले में रहस्य गहरा गया है। पुलिस इस घटना की गहन छानबीन में जुटी हुई है और हमलावरों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
घायल छात्र की पहचान अंकुश कुमार (12वीं का छात्र) के रूप में हुई है, जो पकरीदयाल थाना क्षेत्र के धनौजी गांव निवासी धर्मेंद्र सिंह का पुत्र बताया जा रहा है। अंकुश मोतिहारी में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। उसके पिता धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि अंकुश पहले उनके साढू के डेरे पर रहता था। लगभग एक महीने पहले, वह धनौजी गांव के ही कुछ अन्य युवकों के साथ अगरवा मोहल्ले में एक निजी मकान किराए पर लेकर रहने लगा था और वहीं से अपनी कोचिंग कर रहा था।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार, रहमानिया मेडिकल सेंटर में गोली लगने से घायल एक युवक को लाया गया था। घायल युवक ने अपना घर शिकारगंज थाना क्षेत्र का धनौजी बताया है। गोली लगने की यह घटना नगर थाना क्षेत्र के अगरवा में होने की बात कही जा रही है। घटना का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि घायल युवक को रहमानिया मेडिकल सेंटर पहुंचाने वाला दूसरा युवक ही था, जो बाद में वहां से रहस्यमय तरीके से फरार हो गया।
पुलिस का बयान और जांच की दिशा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, घायल अंकुश और हमलावर दोनों ही हॉस्टल में रहने वाले लड़के हैं और साथ में किराए के मकान में रहते थे। पुलिस को प्रारंभिक आशंका है कि यह घटना संभवतः दुर्घटना वश फायरिंग का परिणाम हो सकती है। गोली मारने वाला दोस्त ही अंकुश को अस्पताल लेकर आया था, लेकिन बाद में घटनास्थल से फरार हो गया। बताया जा रहा है कि फरार दोस्त ढाका तरफ का ही है, जिसकी पहचान और धरपकड़ के लिए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग ठिकानों पर छापामारी शुरू कर दी है और जल्द ही उन्हें पकड़ने का आश्वासन दिया है। पुलिस मामले की सभी पहलुओं से गहराई से जांच कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को कानून के कटघरे में खड़ा किया जा सके।