
लोकल डेस्क, एन. के. सिंह |
मोतिहारी में राजन हत्याकांड: परिजनों ने शव रखकर किया सड़क जाम, मुख्य आरोपी पर 25 हजार का इनाम घोषित, पुलिस पर लापरवाही का आरोप
मोतिहारी शहर में 18 वर्षीय राजन कुमार की निर्मम हत्या के बाद शहर में गहरा तनाव और आक्रोश फैल गया है। पैसे के लेन-देन के मामूली विवाद को लेकर हुई इस जघन्य वारदात के बाद बुधवार को मीना बाजार चौक पर परिजनों ने राजन के शव को एंबुलेंस में रखकर सड़क जाम कर दिया। परिजनों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
मामले का विवरण
मृतक राजन कुमार अपने पिता अरुण कुमार, जो एक बिजली मिस्त्री हैं, के साथ लाइट और टेंट का काम करते थे। पिता अरुण कुमार ने बिलखते हुए बताया कि महावीरी झंडा देखने के बाद कुछ लोग राजन को बुलाकर ले गए और चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी। इस घटना ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
परिजनों का पुलिस पर आरोप
आक्रोशित परिजनों का सबसे गंभीर आरोप यह है कि घटना के वक्त पुलिस की 112 डायल गाड़ी मौके पर मौजूद थी और उन्हें वारदात की सूचना भी दी गई थी। इसके बावजूद, परिजनों के अनुसार, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और मूकदर्शक बनी रही। उनका साफ कहना है कि यदि पुलिस ने समय पर तत्परता दिखाई होती, तो उनके बेटे की जान बचाई जा सकती थी।
पुलिस की कार्रवाई और इनाम की घोषणा
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए अब तक 11 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, पुलिस ने घटना के मुख्य अभियुक्त राजन सिंह पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि यदि राजन सिंह 24 घंटे के भीतर आत्मसमर्पण नहीं करता है, तो उसकी संपत्ति की कुर्की-जब्ती की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
परिजनों की मांगें और स्थिति
सड़क जाम की खबर मिलते ही नगर थाने से भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है और परिजनों को समझाने-बुझाने का प्रयास कर रहा है। आक्रोशित लोग अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। उनकी मुख्य मांगों में अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी, उनकी संपत्ति की कुर्की-जब्ती, और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा शामिल है। स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है और पुलिस प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहा है।