
लोकल डेस्क, एन. के. सिंह |
पुलिस की चेतावनी- नहीं किया आत्मसमर्पण तो होगी कुर्की की कार्रवाई....
पूर्वी चंपारण: मोतिहारी शहर के बनियापट्टी में महावीरी झंडा की अखाड़ा शोभा यात्रा के दौरान हुए चर्चित राजन हत्याकांड में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। नगर थाना पुलिस ने सभी 9 नामजद अभियुक्तों के खिलाफ न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट हासिल कर लिया है। यह कार्रवाई मोतिहारी पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर की गई है। पुलिस ने साफ किया है कि यदि आरोपी शीघ्र आत्मसमर्पण नहीं करते हैं, तो उनकी संपत्ति की कुर्की की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
घटना चार दिन पहले महावीरी झंडा के दिन की है। बनियापट्टी निवासी राजन कुमार अपने चचेरे भाई राहुल राज और मित्र सोनू राज के साथ अखाड़ा शोभा यात्रा में शामिल था। रात करीब 10:30 बजे जब शोभा यात्रा ज्ञानबाबू चौक के पास पहुँची, तभी पहले से घात लगाए बैठे युवकों ने राजन पर चाकू से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल राजन की मौके पर ही मौत हो गई। यह वारदात मामूली लेनदेन के विवाद से जुड़ी बताई जा रही है।
मृतक के पिता अरुण कुमार ने नगर थाना में नौ युवकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। आरोपितों में हेनरी बाजार तेलियापट्टी के राजा सिंह, विश्वास जायसवाल, अमन कुमार साहु, अनमोल साहु, सागर कुमार, यश कुमार, गांधी नगर रमना के रवि कुमार, छतौनी बरियारपुर के चंदन कुमार और हेनरी बाजार के विशाल जायसवाल शामिल हैं। परिजनों का आरोप है कि सभी ने मिलकर चाकू और लाठी-डंडे से राजन की हत्या कर दी। बीच-बचाव करने गए राहुल और सोनू को भी पीटा गया।
पुलिस की तत्परता और कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए सदर डीएसपी दिलीप कुमार ने तुरंत प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया। टीम ने कई ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन सभी आरोपी फरार पाए गए।
मुख्य आरोपी राजा सिंह की गिरफ्तारी न हो पाने पर पुलिस ने उसकी मां संगीता देवी और पत्नी खुशबू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और आरोपी को भगाने का आरोप है। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
इस बीच, पुलिस ने घटनास्थल और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले हैं ताकि घटना से संबंधित पुख्ता साक्ष्य जुटाए जा सकें। पुलिस का कहना है कि आरोपी जल्द गिरफ्त में होंगे।
कुर्की की चेतावनी
नगर पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि कोर्ट से वारंट जारी हो जाने के बाद भी अगर आरोपी आत्मसमर्पण नहीं करते हैं, तो उनकी संपत्ति की कुर्की के लिए अदालत में अर्जी दी जाएगी। पुलिस की इस सख्ती से पीड़ित परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।