
स्टेट डेस्क, श्रेयांश पराशर |
राजद विधायक रीतलाल यादव की पत्नी रिंकू कुमारी एक सरकारी शिक्षिका होते हुए भी निजी व्यवसाय में संलिप्त पाई गई हैं। इस खुलासे के बाद अब उनके खिलाफ जांच और अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की गई है। यह मामला केवल आचार संहिता का उल्लंघन नहीं बल्कि भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग की ओर भी इशारा करता है।
राजद विधायक रीतलाल यादव इस समय रंगदारी मामले में जेल में बंद हैं। इसी बीच, बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा एक रिपोर्ट में उनकी पत्नी रिंकू कुमारी पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार रिंकू कुमारी एक सरकारी शिक्षिका होते हुए भी साल 2017 से विजय कंस्ट्रक्शन नाम की फर्म की पार्टनर हैं और लगातार व्यवसाय कर रही हैं।
अपर पुलिस महानिदेशक (अभियान) कुंदन कृष्णन ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कार्रवाई की अनुशंसा की है। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवा में रहते हुए व्यवसाय करना बिहार सरकारी सेवक आचरण नियमावली और सेवा संहिता के विरुद्ध है। पत्र में कहा गया है कि पटना जिले के कोथवा मुसहरी विद्यालय में नियुक्त रिंकू कुमारी के खिलाफ जांच कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। रिंकू कुमारी 1 जुलाई 2006 से उक्त विद्यालय में पदस्थापित हैं।
उधर, रीतलाल यादव, उनके भाई पिंकू यादव और साले चिक्कू यादव पर एक बिल्डर से 50 लाख की रंगदारी मांगने का आरोप है। रीतलाल ने 14 अप्रैल को कोर्ट में सरेंडर किया था और अब तक उन्हें जमानत नहीं मिली है। जेल में उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद इलाज के दौरान उनकी पत्नी का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके पति को मारने की साजिश हो रही है।
अब रिंकू देवी की स्थिति भी मुश्किलों में घिर गई है, क्योंकि सरकारी सेवा के साथ व्यवसायिक गतिविधियों में संलिप्तता कानून के खिलाफ है। अगर दोष सिद्ध हुआ तो उन्हें निलंबन और सेवा से बर्खास्तगी तक का सामना करना पड़ सकता है।