
विदेश- स्पोर्ट्स डेस्क, मुस्कान कुमारी |
वियान मुल्डर का ऐतिहासिक तिहरा शतक: कप्तानी डेब्यू पर रचा इतिहास, 67 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
साउथ अफ्रीका के कार्यवाहक कप्तान वियान मुल्डर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे टेस्ट में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए अपने कप्तानी डेब्यू पर तिहरा शतक (300*) जड़ा। मुल्डर टेस्ट इतिहास में कप्तानी की पहली पारी में तिहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड के ग्राहम डाउलिंग का 1968 में बनाए गए 239 रनों का रिकॉर्ड तोड़ा, जो कप्तानी डेब्यू पर सबसे बड़ा स्कोर था।
साउथ अफ्रीका का दबदबा
बुलावायो में खेले जा रहे टेस्ट में जिम्बाब्वे ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनी, लेकिन साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज़ों ने शानदार शुरुआत दी। पहले दिन का खेल खत्म होने तक टीम ने 4 विकेट पर 465 रन बना लिए थे। तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आए मुल्डर 264 रन बनाकर नाबाद लौटे और अगले दिन इसे तिहरे शतक में बदल दिया। उन्होंने 297 गेंदों में तिहरा शतक पूरा किया, जो टेस्ट इतिहास में दूसरा सबसे तेज तिहरा शतक है।
रिकॉर्ड्स की झड़ी
- मुल्डर ने हाशिम अमला के 311 रनों को पीछे छोड़ते हुए साउथ अफ्रीका की टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी खेली।
- कप्तानी डेब्यू पर सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले वे पहले खिलाड़ी बने, उन्होंने विराट कोहली (256) और ग्राहम डाउलिंग (239) को पीछे छोड़ा।
- 297 गेंदों में तिहरा शतक पूरा कर उन्होंने टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे तेज तिहरा शतक जड़ा (सबसे तेज वीरेंद्र सहवाग, 278 गेंद)।
- लुआन-ड्रे प्रीटोरियस (78 रन) के साथ 217 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
नेतृत्व में चमक
केशव महाराज की गैरमौजूदगी में मुल्डर को कप्तानी मिली और उन्होंने न सिर्फ नेतृत्व की भूमिका बखूबी निभाई, बल्कि अपनी बल्लेबाज़ी से भी सबका ध्यान खींचा। उनकी रणनीति और सकारात्मक सोच ने टीम को एकतरफा बढ़त दिला दी।
जिम्बाब्वे की गेंदबाजी लाचार
मुल्डर की आक्रामक बल्लेबाज़ी के सामने जिम्बाब्वे के गेंदबाज़ बेबस नजर आए। उनके स्ट्रोक्स और टाइमिंग ने बॉलिंग अटैक को पूरी तरह असहाय बना दिया।
क्रिकेट इतिहास में सुनहरी पारी
वियान मुल्डर की यह पारी टेस्ट इतिहास की सबसे यादगार पारियों में शामिल हो गई है। उन्होंने साबित कर दिया कि दबाव में भी संयम और आक्रमण के सही संतुलन के साथ बड़े स्कोर बनाए जा सकते हैं।
कप्तान का विजन
मैच के बाद मुल्डर ने कहा, "मेरा मकसद सिर्फ टीम को अच्छा स्कोर देना था। यह मेरी जिंदगी का खास पल है, लेकिन हमारी नज़र मैच जीतने पर है।" उनकी यह सोच उनके फोकस और टीम भावना को दर्शाती है।
फैंस में जबरदस्त उत्साह
मुल्डर की पारी से क्रिकेट प्रशंसकों में जबरदस्त जोश है। सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ हो रही है और पूर्व क्रिकेटरों ने भी इसे टेस्ट क्रिकेट की ऐतिहासिक पारियों में गिना है।
आगे क्या?
साउथ अफ्रीका की स्थिति बेहद मजबूत है, लेकिन टेस्ट मैच की दिशा अब जिम्बाब्वे की बल्लेबाज़ी और अफ्रीकी गेंदबाज़ी पर निर्भर करेगी। एक बात निश्चित है — मुल्डर की यह पारी उनके करियर की ही नहीं, साउथ अफ्रीकी क्रिकेट के इतिहास की भी एक मील का पत्थर बन गई है।