Ad Image
ट्रंप ने भारत पर 25% आयात शुल्क लगाने के आदेश पर किया हस्ताक्षर || बिहार मतदाता सूची पुनरीक्षण पर राज्यसभा में हंगामा, कार्यवाही स्थगित || उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को, 7 अगस्त को जारी होगी अधिसूचना || PM मोदी ने शहीद क्रांतिकारी उधम सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की || शराबबंदी को लेकर नीतीश सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम करती है: मंत्री रत्नेश सदा || आज राष्ट्रपति का झारखंड दौरा, देवघर एम्स के दीक्षांत समारोह में हुई शामिल || बिहार में खर्च 70 हजार करोड़ का हिसाब नहीं, पवन खेड़ा ने कहा महाघोटाला || पाक पर सैन्य कार्रवाई रोकने में ट्रंप की भूमिका पर गोलमोल जवाब दे रही सरकार: राहुल गांधी || पाक पर सैन्य कार्रवाई रोकने में अमेरिकी राष्ट्रपति की भूमिका नहीं : विदेशमंत्री जयशंकर || अमेरिका फिलिस्तीनियों के लिए गाजा में फूड सेंटर खोलेगा: राष्ट्रपति ट्रंप

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

हिंदू महिला ने ईसाई धर्म अपनाने से किया इनकार, तो ‘डायन’ बताकर बेरहमी से पीटा

जमुई, श्रेया पांडेय |

बिहार के जमुई जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। यहां एक हिंदू महिला को केवल इसलिए बेरहमी से पीटा गया क्योंकि उसने ईसाई धर्म अपनाने से इनकार कर दिया। आरोप है कि गांव के कुछ लोगों ने पहले महिला पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया, और जब उसने साफ मना कर दिया, तो उसे ‘डायन’ बताकर बर्बरतापूर्वक हमला कर दिया।

घटना जिले के एक ग्रामीण इलाके की है, जहां पीड़िता को लाठी-डंडों से पीटा गया, उसके बाल काट दिए गए और पूरे गांव के सामने अपमानित किया गया। महिला किसी तरह जान बचाकर थाने पहुंची और पुलिस अधीक्षक (SP) को अपनी आपबीती सुनाई। पीड़िता ने बताया कि किस तरह उसके साथ अन्याय हुआ और अब वह खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है।

SP ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और बाकी की तलाश जारी है। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

यह मामला न केवल धार्मिक सहिष्णुता पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आज भी समाज के कुछ हिस्सों में अंधविश्वास और धर्म के नाम पर महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है। पीड़िता के साहस और न्याय की उम्मीद अब प्रशासन की कार्यवाही पर टिकी है।

प्रशासन से मांग की जा रही है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।