
स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार |
हिमाचल में बारिश से तबाही: मंडी में सबसे ज्यादा नुकसान, अगले तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश और भूस्खलन की वजह से हालात गंभीर बने हुए हैं। मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों के लिए आगामी दिनों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार को राज्यभर में 200 से ज्यादा सड़कें अवरुद्ध रहीं।
शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, 21 जुलाई से तीन दिनों तक कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों के कुछ क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, भूस्खलन और अचानक बाढ़ का भी खतरा जताया गया है। 20 जुलाई के लिए बिलासपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर के कुछ इलाकों में येलो अलर्ट भी घोषित किया गया है।
बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें तो जुलाई महीने में मंडी जिले में सबसे अधिक 357.7 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य औसत 203.7 मिमी से 76% अधिक है। इसके बाद सिरमौर में 297.6 मिमी, कांगड़ा में 220.3 मिमी, ऊना में 200.4 मिमी और शिमला में 200.2 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। राज्य में 1 जुलाई से 18 जुलाई के बीच औसतन 128.5 मिमी बारिश हो चुकी है।
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, शुक्रवार को पूरे राज्य में 250 सड़कें बंद रहीं, जिनमें मंडी जिले में सबसे ज्यादा 178 सड़कें बाधित रहीं। बारिश के चलते कई क्षेत्रों में बिजली और जलापूर्ति व्यवस्था भी प्रभावित रही। फिलहाल 81 ट्रांसफार्मर खराब हैं और 61 जल योजनाएं ठप पड़ी हुई हैं।
मानसून की शुरुआत 20 जून से होने के बाद से अब तक राज्य में 110 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 35 लोग लापता हैं, जिनके मारे जाने की आशंका है, जबकि 199 लोग घायल हुए हैं। एसईओसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मानसून सीजन में राज्य को अब तक कुल 1,220.38 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।