Ad Image
Ad Image
दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराधियों के लिए चलाया साईं हॉक अभियान, 48 घंटे में 800 गिरफ्तार || झारखंड की मंत्री दीपिका पाण्डेय का EC पर हमला, SIR के कारण हारा महागठबंधन || पूर्वी चंपारण के रक्सौल में VIP पार्टी के अनुमंडल प्रमुख की गोली मार हत्या || राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन से शांति समझौते के प्रस्ताव को जल्दी स्वीकार करने का आग्रह किया || ईरान पर अमेरिका की सख्ती, आज नए प्रतिबंधों का किया ऐलान || BJP को 90 पर लीड, JDU को 80 पर लीड, महागठबंधन फेल || नीतीश कुमार CM हैं और आगे भी रहेंगे: जेडीयू की प्रतिक्रिया || NDA को शानदार बढ़त, 198 पर लीड जबकि महागठबंधन को 45 पर लीड || तुर्की : सैन्य विमान दुर्घटना में मृत सभी 20 सैनिकों के शव बरामद || RJD के एम एल सी सुनील सिंह का भड़काऊ बयान, DGP के आदेश पर FIR

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

कालकाजी मंदिर में झगड़े के बाद सेवादार की हत्या

नेशनल डेस्क, श्रेयांश पराशर l 

दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के ऐतिहासिक कालकाजी मंदिर में शुक्रवार रात एक सेवादार की हत्या ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया है। जानकारी के अनुसार, 35 वर्षीय सेवादार का मंदिर प्रांगण में कुछ लोगों से विवाद हुआ, जो देखते ही देखते हिंसक झगड़े में बदल गया। आरोप है कि हमलावरों ने सेवादार को बुरी तरह पीटा, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है और एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार देर रात करीब साढ़े नौ बजे पुलिस नियंत्रण कक्ष को झगड़े और हमले की सूचना दी गई थी। मौके पर पहुंची टीम ने घायल सेवादार को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि विवाद मंदिर की जिम्मेदारियों और आंतरिक मतभेदों को लेकर हुआ था। हालांकि, वास्तविक कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट और गवाहों के बयान के बाद ही चल पाएगा।

कालकाजी मंदिर, जो दिल्ली के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, हर रोज हजारों श्रद्धालुओं का केंद्र होता है। ऐसे में मंदिर प्रांगण में हुई यह हत्या सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने मांग की है कि मंदिर में पुलिस पिकेट और सीसीटीवी निगरानी को और मजबूत किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

पुलिस का कहना है कि बाकी हमलावरों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें भी पकड़ लिया जाएगा। इस घटना ने न केवल मंदिर प्रशासन को हिलाकर रख दिया है, बल्कि दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर भी चिंता पैदा कर दी है। अब देखना यह होगा कि पुलिस और प्रशासन इस संवेदनशील मामले को कितनी तेजी से हल करते हैं और पीड़ित को न्याय दिलाने में कितनी तत्परता दिखाते हैं।