
नेशनल डेस्क, रुचि भारती |
मोतिहारी: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पूर्वी चंपारण के ऐतिहासिक गांधी मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष, विशेषकर आरजेडी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि इन दलों के शासनकाल में गरीबों के लिए पक्के मकान का सपना असंभव सा था, लेकिन उनकी सरकार ने इसे साकार करके दिखाया है।
गरीबों के लिए सम्मानजनक जीवन: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों को पक्के मकान मुहैया कराने को अपनी सरकार की प्राथमिकता बताया। उन्होंने आरजेडी और कांग्रेस के शासनकाल की तुलना करते हुए कहा कि उस समय गरीबों में इतना भय था कि वे अपने घरों की मामूली मरम्मत या रंग-रोगन तक कराने से डरते थे, इस आशंका से कि कहीं उन्हें मकान मालिक की परेशानी में न डाल दिया जाए। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार अब गरीबों को सम्मान और सुरक्षा के साथ पक्के घर दे रही है, जिससे उनके जीवन में स्थिरता आई है।
बिहार की नारी शक्ति का अभिनंदन और जन-धन से समृद्धि की राह
पीएम मोदी ने बिहार की प्रगति में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्हें राज्य की सबसे बड़ी शक्ति बताया। उन्होंने अपनी सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए उठाए गए कदमों का भी उल्लेख किया। उन्होंने जन-धन खातों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इन खातों में सीधे सरकारी योजनाओं का पैसा भेजने से भ्रष्टाचार पर प्रभावी लगाम लगी और पारदर्शिता बढ़ी, जिससे वास्तविक लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ पहुंचा।
राम मंदिर कलाकृति का सम्मान और 7200 करोड़ की विकास परियोजनाएं
भाषण के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी का ध्यान भीड़ में राम मंदिर की एक उत्कृष्ट कलाकृति बनाने वाले एक युवक पर गई। उन्होंने उस युवक की कलात्मकता और भक्ति की सराहना की और अपनी एसपीजी टीम के माध्यम से उस कलाकृति को प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर मोतिहारी और बिहार के लिए 7200 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया। इन परियोजनाओं से राज्य में कनेक्टिविटी और परिवहन सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा।
मुख्य परियोजनाएं:
- एनएच-319 फोर लेन: मोतिहारी से एनएच-319 को फोर लेन में बदलने का शिलान्यास।
- आरा बाईपास: आरा बाईपास का शिलान्यास, जिससे शहरी यातायात का दबाव कम होगा।
- अमृत भारत ट्रेनें: चार अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई, जिनमें पटना-नई दिल्ली, बापूधाम मोतिहारी-आनंद विहार, दरभंगा-लखनऊ और मालदा टाउन-लखनऊ रूट शामिल हैं।
इन परियोजनाओं से बिहार के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण सुधार होने की उम्मीद है, जिससे राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास को नई गति मिलेगी।
2005 में बिहार पटरी पर आया, लालू की लालटेन बुझ गई: नीतीश कुमार
इससे पूर्व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2005 में भाजपा और जदयू के साथ मिलकर सरकार बनने के बाद ही बिहार विकास की पटरी पर लौटा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय लालू यादव की "लालटेन" बुझ गई और राज्य में बिजली का दौर शुरू हुआ। उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 10 लाख नौकरियों का वादा किया गया था, लेकिन अब तक 29 लाख नौकरियां दी जा चुकी हैं। उन्होंने अगले पांच वर्षों में एक करोड़ लोगों को नौकरी और रोजगार देने का लक्ष्य भी रखा।
मुख्यमंत्री कुमार ने बताया कि उनकी सरकार ने गरीबों और वृद्धों की पेंशन ₹400 से बढ़ाकर ₹1100 कर दी है और बिजली मुफ्त देने की भी घोषणा की है। उन्होंने सड़कों, बिजली और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों का भी उल्लेख किया।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने बिहार को बहुत कुछ दिया है और आज भी ₹7 हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बिहार में विकास कार्य तेजी से जारी रहेंगे।
इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार और बिहार सरकार के मंत्री, उपमुख्यमंत्री, भाजपा और जदयू के विधायक और सांसद सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।