
एंटरटेनमेंट डेस्क, वेरोनिका राय |
भारतीय सिनेमा और टेलीविजन जगत के अनुभवी अभिनेता व निर्माता धीरज कुमार का 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका अंतिम समय मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में बीता, जहां उन्हें सांस लेने में तकलीफ के चलते भर्ती कराया गया था। निमोनिया से पीड़ित होने के कारण उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था, लेकिन इलाज के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके परिवार ने निधन की पुष्टि करते हुए इस कठिन समय में गोपनीयता बनाए रखने की अपील की है।
धीरज कुमार का जन्म 1945 में पंजाब में हुआ था। उन्होंने 1965 में अपने करियर की शुरुआत की और फिल्म तथा टेलीविजन के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। 1970 से 1984 तक उन्होंने 21 पंजाबी फिल्मों में अभिनय किया। हिंदी फिल्मों में भी उनका योगदान उल्लेखनीय रहा, जिनमें ‘स्वामी’, ‘हीरा पन्ना’, ‘रातों का राजा’, और ‘संत ज्ञानेश्वर’ जैसी फिल्में शामिल हैं।
धीरज कुमार की पहचान सिर्फ एक अभिनेता के रूप में नहीं रही, बल्कि उन्होंने एक सफल निर्माता के रूप में भी अपना नाम बनाया। उन्होंने Creative Eye Limited नाम से प्रोडक्शन हाउस की स्थापना की, जिसने कई पौराणिक और आध्यात्मिक धारावाहिकों का निर्माण किया। उनका शो ‘ओम नमः शिवाय’ भारतीय टेलीविजन पर एक मील का पत्थर साबित हुआ, जिसने उन्हें धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के निर्माण में अग्रणी बना दिया।
हाल ही में धीरज कुमार को सार्वजनिक रूप से नवी मुंबई के खारघर स्थित इस्कॉन मंदिर के उद्घाटन समारोह में देखा गया था। इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सनातन धर्म के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करते हुए कहा था, “मैं विनम्रता की भावना के साथ यहां आया हूं। जबकि उन्होंने मुझे वीवीआईपी कहा, मेरा मानना है कि असली वीवीआईपी भगवान हैं।”
धीरज कुमार की मृत्यु से भारतीय मनोरंजन जगत ने एक बहुआयामी कलाकार, दूरदर्शी निर्माता और आध्यात्मिक विचारधारा से जुड़े एक महान व्यक्तित्व को खो दिया है। उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।