हरी हारा वीरा मल्लु: VFX विवाद के बीच निर्देशक ने कहा ‘फिल्म को कोई बोरिंग नहीं कह रहा’

एंटरटेनमेंट डेस्क, मुस्कान कुमारी |
हरी हारा वीरा मल्लु: VFX विवाद के बीच निर्देशक ज्योति कृष्णा ने दी सफाई, कहा- ‘फिल्म को कोई बोरिंग नहीं कह रहा’
हैदराबाद: पवन कल्याण की बहुप्रतीक्षित तेलुगु फिल्म हरी हारा वीरा मल्लु: पार्ट 1 – स्वॉर्ड वर्सेज स्पिरिट 24 जुलाई 2025 को रिलीज हुई, लेकिन इसके खराब विजुअल इफेक्ट्स (VFX) और CGI ने सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना का सामना किया। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन 34.75 करोड़ रुपये की शानदार शुरुआत की, लेकिन दूसरे दिन यह कमाई घटकर 8 करोड़ रुपये और सोमवार तक 2.32 करोड़ रुपये हो गई। फिर भी, चार दिनों में फिल्म ने भारत में 77 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया। निर्देशक ज्योति कृष्णा ने VFX की आलोचना को ‘छोटा मुद्दा’ बताते हुए दर्शकों पर निशाना साधा और कहा कि कोई भी फिल्म को ‘बोरिंग’ नहीं बता रहा।
VFX पर विवाद और निर्देशक की प्रतिक्रिया
ज्योति कृष्णा ने ABN को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि फिल्म में 4,400 CGI शॉट्स हैं, जिनमें से कुछ की गुणवत्ता पर सवाल उठे। उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ शॉट्स उम्मीद के मुताबिक नहीं थे, लेकिन इसे ‘मामूली कमी’ करार दिया। कृष्णा ने दर्शकों पर तंज कसते हुए कहा, “लोग केवल उसी को ट्रोल करते हैं जो सुर्खियों में होता है। पवन कल्याण की लोकप्रियता के कारण फिल्म निशाने पर है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि कहानी, स्क्रीनप्ले या मनोरंजन पर कोई आलोचना नहीं हुई। रिलीज के तुरंत बाद VFX की खामियों को सुधारने के लिए फिल्म का अपडेटेड वर्जन भी जारी किया गया।
17वीं सदी की पृष्ठभूमि और कहानी
हरी हारा वीरा मल्लु 17वीं सदी के मुगल साम्राज्य की पृष्ठभूमि पर आधारित है। फिल्म में पवन कल्याण, वीरा मल्लु की भूमिका में हैं, जो एक योद्धा है और उसे कोहिनूर हीरे को वापस लाने का जिम्मा सौंपा गया है। निधि अग्रवाल और बॉबी देओल भी अहम किरदारों में हैं। फिल्म के एक्शन सीक्वेंस और पवन कल्याण के अभिनय को कुछ प्रशंसा मिली, लेकिन VFX और कहानी के निष्पादन पर सवाल उठे। रिलीज के बाद एक चरमोत्कर्ष दृश्य, जिसमें टॉरनेडो दिखाया गया था, को दर्शकों की प्रतिक्रिया के बाद हटा दिया गया।
मिश्रित समीक्षाएं और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
फिल्म को समीक्षकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली। कोडुर ने फिल्म को 1.5 स्टार दिए, जबकि *इंडिया टुडे* के टी. मारुति आचार्य ने 2 स्टार दिए, दोनों ने VFX और कहानी की कमजोरियों की आलोचना की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी प्रतिक्रियाएं बंटी हुई हैं। कुछ प्रशंसकों ने पवन कल्याण के दमदार अभिनय की तारीफ की, वहीं कई यूजर्स ने VFX की गुणवत्ता का मजाक उड़ाया। एक यूजर ने लिखा, “पवन कल्याण का परफॉर्मेंस शानदार है, लेकिन VFX ने फिल्म का मजा किरकिरा कर दिया।”
बॉक्स ऑफिस का प्रदर्शन
फिल्म ने पहले दिन 34.75 करोड़ रुपये की कमाई के साथ तेलुगु सिनेमा में धमाकेदार शुरुआत की। 23 जुलाई को हुए पेड प्रीमियर्स ने भी दर्शकों का ध्यान खींचा। हालांकि, नकारात्मक समीक्षाओं और VFX विवाद के कारण कमाई में भारी गिरावट देखी गई। दूसरे दिन 8 करोड़ और तीसरे दिन तक यह आंकड़ा और कम हो गया। फिर भी, चार दिनों में 77 करोड़ रुपये की कमाई के साथ फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अपनी मौजूदगी दर्ज की।
सीक्वल की घोषणा
फिल्म के निर्माताओं ने पहले पार्ट के अंत में सीक्वल *युद्धभूमि* की घोषणा की है, जो कहानी को आगे बढ़ाएगी। यह कदम दर्शाता है कि निर्माता पवन कल्याण की स्टार पावर और फिल्म की कहानी पर भरोसा रखते हैं, भले ही VFX को लेकर आलोचना हो रही हो।
पवन कल्याण का स्टारडम
पवन कल्याण, जो तेलुगु सिनेमा के सुपरस्टार और राजनीति में भी सक्रिय हैं, इस फिल्म के केंद्र में हैं। उनकी मौजूदगी ने फिल्म को शुरुआती हाइप दिलाया, लेकिन VFX की कमियों ने उनके प्रशंसकों को भी निराश किया। फिर भी, निर्देशक का दावा है कि पवन का अभिनय और फिल्म का मनोरंजन मूल्य आलोचनाओं से ऊपर है।